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Rambabu
1:41 AM
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रेलगाड़ीक पटरी सपनोमे नहि सोचि सकल हएत जे कहिओ हमर एहनो भाग्योदय हएत की एकहि पटरी पर रेलगाड़ी आ मनुक्ख संगहि सँग दौड़त? रेलेगाड़ी जकाँ मनुख सेहो एखुनका उसैन देमय बला प्रचंड रौंदमे निर्भय निधोख भS अभीष्ट लक्ष्य दिस भागल चलल जा रहल अछि। बाट घाटक उबड़-खाबड़ पूल पहाड़ पाथड़ नोकगर धरिगर भरिगर रोड़ी पर रेले जकाँ अपन नियति मानि अनवरत दौड़ल जा रहल अछि। ओ रेले जकाँ कोरोनाक महामारीसँ नहि अपितु अपन इंजिन हेतु ईंधन जुटएबाक लेल बेस भयाक्रांत अछि।
तालाबंदीक उपरांत अन्यान्य प्रकारक बदलैत परिदृश्य सोझा अबैत रहल अछि। तालाबंदीक शुरुआत 25 मार्च 1.0 दोसर 3 मई 2.0 आ वर्तमानमे 3.0 मतलब तेसर चलि रहल अछि जे 17 मई धरि चलत आ क्रमशः फेर काल परिस्थितिक अनुमानक उपरांत निर्णय लेल जाएत। परञ्च एहि संकट कालक मध्य सगरो दिस त्राहि त्राहि मचल अछि। कोरोनाक डर तँ नामात्रे बुझु मुदा पेटमे लागल आगिक डरे लोक बेसी डेराएल अछि। यथा प्रवासी दिहाड़ी जन मजूर राजमिस्त्री रिक्सा ठेला चालक संगहि बाटक कात करोटमे छोट मोट दोकान करनिहार सभक धैर्य जबाब दS देलक आ ओ सभ प्रवाससँ मोहभंग कS अपन अपन जन्मडीह दिस विदा भS गेल अछि।
केंद्र सरकार आ राज्य सरकार द्वारा एहि संक्रमण कालमे संकटसँ उबारS लेल प्रवासी जन मजूर, निर्धन लोक सभ लेल कएको तरहक घोषणा भेल। राशन पानि, यात्रा हेतु बस, ट्रेन आदि इत्यादिक व्यवस्था भेल। मुदा हड़बड़ीमे उठाओल गेल द्विविधा बला डेगक परिणाम डगमगाएले भेटल। सरकार निम्न मध्यम वर्गीय लोकक भरोसा नहि जीत सकल। कमड़ा भाड़ा, अन्न पानि सँग अव्यवस्थाक अराजकता डरे भुक्खल पियासल पएरे साइकिले जेना फुरेलै तहिना सुरक्षित स्थान दिस विदा भेल।
मुख्य मार्ग पर पुलिसिया लाठी सेहो खएलक, फेर ओ सभ रेलक पटरीक लिख धएलक आ निडर भS राति दिन चलैत रहल। कतहु साइकिल बलाकेँ गाड़ीसँ पीच देल गेल तँ कतहुँ पटरी पर सुतल लोक पर मालगाड़ी चढ़ि गेल, तँ कतेको चलिते चलिते प्राणान्त कS लेलक। ट्विटर पर सक्रिय संवेदनशील सरकारकेँ तँ काते कS देल जाए परञ्च प्रतीत होयत अछि जेना आम जनक मानवीय संवेदना सेहो शून्य भS गेल होय।निर्धन पीड़ित शोषित जन मजूरक हृदयाभाव, ओकर अन्तर्मनक पीड़ा आब हमरा सभक ओछ्, चेतनाशून्य हृदय धरि नहि पहुँचैत अछि। मृत्य तँ आब समाजमे दैनिक समाचारक भाग भS गेल अछि। तेँ केओ मालगाड़ीसँ पिचाई वा ट्रेन आ बस आदिसँ, बेसी अंतर नहि पड़ैत अछि। सरकारी ट्विटर पर संवेदनाक ट्वीट्स संगहि सोसल साइट पर पीड़ा बला काल्पनिक इमोजी दS सचेत मानवताक प्रति अपन धर्म निर्वहन कS पुनः महानिद्रामे लीन भS जाएत अछि।
सुनल जाएत अछि जे विपत्ति यथार्थमे नव विधि विधान व्यवस्थाक जन्म दैत अछि। तेँ भरोसा अछि जे एहि कराल कालक अंतोप्रांत एकटा नव परिकल्पनाक सँग नवका भारतमे सामाजिक सांस्कृतिक धार्मिक आर्थिक राजनीति आदि सभठाम पुनर्जागरण देख सकब। सभगोटे सुखी रहू, सुरक्षित रह। दूरी बनएबाक अछि अज्ञानतासँ, धर्मांधतासँ, पाश्विक प्रवृति बला दानवतासँ नहि की मानवतासँ।
जयमिथिला । जयमैथिली । जयजय मिथिलाक्षर
फोटो साभार : Niraj Jha जीक वालसँ
जयमिथिला । जयमैथिली । जयजय मिथिलाक्षर
फोटो साभार : Niraj Jha जीक वालसँ
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