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Monday, August 12, 2019

हम देवभूमि सँ बाजि रहल छी (यात्रा संस्मरण)

साउन महीना हिन्दू धर्ममे सभसँ पवित्र महीना मानल जाएत अछि। लाल परिधानमे कावरियाक हरहर महादेव आ बोलबमक उद्घोषसँ सगर बाट घाट गुंजायमान होयत रहैत अछि। आ तेहनमे देवभूमिक यात्रा सोना पर सोहागा जकाँ बुझि पड़ल।

एस्केप टू दि लीजन, बॉन सर्वाइवर/मैन वर्सेज़ वाइल्ड, वर्स्ट केस सिनारियो, एस्केप फ्रॉम हेल, मिशन सर्वाइव आदि इत्यादि संगहि अनेकानेक लोकप्रिय कार्यक्रम केर सूत्रधार बेयर ग्रिल्स आई राति 9 बजे डिस्कवरी चैनल पर प्रधनमंत्री मोदी सँग उत्तराखंडक जंगलमे मैन वर्सेज़ वाइल्ड सीरीजमे देखल गेलाह। पहिल बेर देशक कोनो प्रधानमंत्रीकेँ जंगल पहाड़ समुंदर आ जानवर सभक बीच देखब कोनो रोमांच सँ कमतर नहि छल। खैर अहि तरहक ऐतिहासिक काजे लेल हमर प्रधानमंत्री जानल जाएत छथि।

मैन वर्सेस वाइल्ड असलमे विषम परिस्थितिमे कोन तरहेँ अपन अंतर्मनक डर पर विजयी प्राप्त कएल जा सकैए तकर एकटा औअल उदाहरण प्रस्तुत करैत अछि। अपन संकल्पित लक्ष्य धरि पहुँचबाक लेल विघ्न बाधासँ स्वयंकेँ बचबैत आत्मबलकेँ कोन तरहेँ मजगुति कएल जाए तकर अहिसँ नीक विकल्प भए नहि सकैत अछि।

ओना पछिला शुक्रदिन सँ हमहुँ कोनो सर्वाइवल सीरीज सँ कम रोमांचक नहि आभास कS रहल छी। हं हमरा सङ्गे बेयर ग्रिल्स नहि छलाह मुदा हरिद्वार ऋषिकेश आ नीलकंठ महादेवक दर्शन कोनो रोमांच सँ कमतर नहि आभास भेल।

रात्रि बस सेवासँ भोरभोर हम करीब 4 बजे हरिद्वारक बस स्टैंड पहुँचलहुँ। स्टैंड पर उतरलाक बाद सोझेसोझ चाहक दोकान पर जा एक एक कप चाहक आनंद लS जानकारी लेलहुँ जे हड़की पौड़ी पएरे यात्रा करबामे कतेक काल लागत। आस्थाक कारण सँ सभटा जानकारी जुटा पएरे विदा भS गेलहुँ।

एकटा समूहक पछोड़ धS हम विदा भS गेलहुँ। जे बाट ओ धेलक सएह हमहुँ पकरलहुँ आ हमरा पाछु सेहो किछु लोक। करीब आधा घण्टा बाद ओ समूह कोनो गेस्ट हाउसमे घुस' लागल फेर हम ठमकि गेलहुँ आ हनरा संगहि पाछु बला सेहो। फेर पुछिकS दोसर बाट धेलहुँ आ करीब आधा घण्टा बाद हड़की पौड़ी घाट पर पहुँचि गेलहुँ।    घाट पर लोकक जमघट आ गंगा मैयाक पवित्र धारा देखि बाटक सभटा ठेही उतरि गेल।

आ फेर बिना बेसी समय खराप कएने पवित्र गंगामे डूबकी लगा मनकेँ शांत कएलहुँ। आ से जखनहि एक डूबी लगेलहुँ की राइतक सभटा थकान एना फुर्र भेल जेना की कोनो यात्रा सँ नहि आएल होय। । प्राकृतिक अनुपम छवि देखि समस्त शरीर ऊर्जावान भS गेल। गंगा स्नान उपरांत घाट पर बनल देवी देवताक दर्शन कएलहुँ। आ विदा भेलहुँ मनसा देवीक दर्शन हेतु।

हमरा लेल हम एकदोसरक बेयर ग्रिल्स बनल छलहुँ । हमर जीवन संगिनी एकदम कदम ताल करैत चलैत रहलीह। कएक बेर कहलियैन्ह मनसा देवीक 840टा खरगर सीढ़ी चढ़बा उतरबा सँ नीक एकहि बेर उड़न खटोला पर बैसि जाउ। एक तँ झट द' दर्शन कS घुरि आएब संगहि समय आ थाक' सँ सेहो बचि जाएब। मुदा ओ कहलीह नहि अतेक दिनक बाद अएलहुँ तेँ डेगाडेगी पएरे चलबाक अछि आ फेर हमरा लग मुड़ी हिलेबाक अलावा कोनो आओर चारा नहि छल।

विदा भेलहुँ, बाट भरि ओ आगू आगू आ हम पसीना सँ त'र-बत'र भेल हुनकर पछोड़ धेने चलैत चलैत मंदिर परिसर धरि पहुँचलहुँ।  दर्शन उपरांत कनि काल रुकि प्रसाद ग्रहण कएलाक बाद फेर उतर'य लगलहुँ मुदा उतरबा काल जाए कालसँ कनि कम समय आ मेहनत लागल। मुदा नीचा उतरितहि मोन हरिया गेल। मनसा देवीक दर्शन नीक सँ भेल से संतोषजनक गप्प।

प्रफुल्लित मन सँ कनिया कहलखिन जे आब एतय सँ चण्डी देवी दर्शन हेतु चलबाक अछि। हम एकटा यात्री सँ पुछलियैन्ह जे कतेक दूर हेतैक ओ जबाब देलक जे बस दु गोट चौराहा सँ बाम दिसि भS जाएब आ आगा जाकS फेर पुछि लेब। हमरा भेल बेसी दूर नहि हेतैक कहलक जे सोझा बला पहाड़ पर माता चण्डी देवी विराजमान छथिन। मुदा चलैत चलैत हमरा जनैत लगभग तीन किलोमीटर सँ बेसी चलल हएब तखन चण्डी घाट धरि पहुँचलहूँ।

ओतय कनि सुस्ताकS फेर जल पीबि किछु लोकक सङ्गे चढ़ाई शुरू कएलहुँ। चढ़ाई कतेको स्थान पर हाथी मत्था जकाँ भीजल बाट थाल-कादो बला विषम चढ़ाई। मुदा कनियाक बढैत डेग संगहि सँग कखनो एक दोसरक हाथ धेने अंतिम लक्ष्य धरि बढैत रहलहुँ। हम दुनु प्राणी एक दोसरकेँ प्रेरित करैत लगभग एक घण्टा सँ बेसीए कालक बाद मंदिर परिसरमे पहुँचलहुँ।

ओतय जायते जेना पछिला सभटा दुख दर्द पड़ा गेल आ एकदम हल्लुक मनसँ मंदिरक मुख्य द्वार लेल बढलहुँ जे आओरो ऊपर जाकS छल। माता चण्डी देवीक दर्शन कS ओतहि प्रसाद ग्रहण कS नीचा उतरबाक तैयारी कएलहुँ। कतेको केर देखलहुँ जे संगहि चलि रहल छल से घुरैत कालमे सेहो चलिए रहल छल आ से देखि हमरा सुखद आश्चर्य सेहो भेल।

नीचा उतरितहि ऋषिकेष लेल ऑटो रिक्सा लेलहुँ। ओ लक्ष्मण झूला राम झुलाक दर्शन करेलक आ फेर ओतय सँ आगू टैक्सी लS अंतिम लक्ष्य हमर बाबा नीलकंठ महादेवक दर्शन करब छल ओतय विदा भेलहुँ।

नीलकंठमे यात्रीक जमाबड़ा बेसी रहैक तेँ टैक्सीकेँ डेढ़ किलोमीटर करीब पहिने रोकि देल गेलैक आ फेर पदयात्रा शुरू करय पड़ल।मुदा मुख्य द्वार धरि पहुँचयमे करीब आधा घण्टा सँ बेसीए काल लागि गेल। दर्शनार्थी सभक कतार नमहर रहबाक कारण सँ ओतय दर्शन करबामे समय बेसी लागि गेल। लेकिन दर्शन आ पूजा भेल फेर प्रसाद लSक घुरैत काल वर्षा होमय लागल आ से कनि शरीर आ मन दुनुकेँ हरिया देलक।

ओतय सँ हम टैक्सी लS हरिद्वार अएलहुँ। सांझुका पहर फेर सँ स्नान कS संध्या आरती आ पूजा पाठ कS गंगा जल भरि रात्रि बस लेबाक लेल स्टैंड धरि अएलहुँ। बस सेहो भेटल आ ख़ालीए खाली सन। नीक सँ राइत भरि सूतिकS यात्रा कS भोरुका पहर 4 बजेसँ पहिने दिल्ली उतारि देलक आ ताहि तरहे समापन भेल हमर साउन महीनाक देवभूमिक यात्रा।
जयमिथिला || जयमैथिली || जयजय मिथिलाक्षर

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