आउ आई मौसम आ राजनीतिक तपीस सँ इतर किछु स्वास्थ्यवर्धक चर्च करैत छी, जकर विषय अछि दैनिक जीवनमे सर्वोपयोगी उजरका चीनी।
मिथिलाक सर्वोत्कृष्ट "फ़ास्ट फ़ूड" दही चूड़ा चीनीकेँ मानल जायत अछि। भोरेभोर फटाफट सात्विक भोजन हेतु अहिसँ उत्तम कोनो आहार नहि। दही चुरा चीनी पर त' कतेको पोथी सेहो हिट भS चुकल अछि। मुदा चीनीक सेवन सँ भए रहल शारीरिक नोकसान पर एतय हम विस्तृत जानकारी राखय चाहब, आशा अछि जीवनोपयोगी सिद्ध हएत।
पहिने लोक चीनीकेँ प्रयोग भोजनमे नहि करैत छलाह। ओहि स्थान पर मिठगर फल वा मिठगर खाद्य पदार्थकेँ उचित मात्रामे सेवन कS पूर्ति कS लैत छलाह, जाहि सँ पुरान लोक दीर्घायु आ जीवनपर्यन्त काज करबामे सक्षम रहैत छलाह। एखन लोकक मनमे भ्रान्ति पैसल छनि कि चीनीक सेवन सभ्य लोकक निसानी आ गुड़,शिरा, बुरा आदि सस्ता शर्करायुक्त खाद्य पदार्थ गरीबक कथा पिहानी अछि। तेँ आई काल्हि बड़का बड़का घरमे मधुमेह रोगी बहुतायत पाओल जाएत अछि।
चीनीमे पोषक तत्व नहि होयत अछि उनटा ओकरा पचएबामे शरीरक ऊर्जा बेसी खरच' कएलासँ शरीरकेँ नोकसाने होयत अछि। चीनीक सेवनसँ इन्सुलिन बनाबय बाला ग्रन्थिकेँ प्रभावित सेहो होयत अछि, फलस्वरूप मधुमेह रोगक सिकार भS जएत अछि।
शरीरमे उर्जाक लेल कार्बोहाइड्रेटमे शर्कराकेँ बेस योगदान होयत अछि मुदा एकर अर्थ ई नहि कि रासायनिक प्रक्रियाकेँ बाद छांटल बनाओल गेल परिष्कृत चीनी मात्र उपयोग कएल जाए। ई चीनी एकटा नहुँ-नहुँ आ मिठगर जहर ( Slow as White Poison ) जेकाँ शरीर पर काज करैत अछि।जे कियो गुड़ छोड़ि चीनी सेवन कS रहल अछि हुनकर स्वास्थ्यमे सेहो निरंतर गिराबट देखल जाएत अछि एहन एकटा सर्वेक्षण रिपोर्ट अछि।
ब्रिटेन केर प्रोफेसर ज्होन यूडकिन चीनीकेँ श्वेत जहर कहैत छथि। शारीरिक शक्तिक दृष्टिकोण सँ चीनीक कोनो आवश्यकता नहि, से ओ सिद्ध कएने छथि। दूध, फल, अनाज सभक उपयोग कएला सँ शरीरकेँ जरूरत चीनी ग्रहण कS लैत अछि आ ओतेबा पर्याप्त अछि। किछु लोक चीनीकेँ त्वरित शक्तिक साधन सेहो मानैत अछि जे मात्र भ्रमजनित मान्यता अछि, वास्तविकता सँ कोनो लेना देना नहि। चीनीमे मात्र मिठास छैक आओर विटामिन केर दृष्टि सँ एकदम बेकार।
चीनीक सेवन सँ रक्तमे कोलेस्टोरेल बढैत अछि जाहि सँ रक्तवाहिनी केर देवाल मोटगर भS जएत अछि, ताहिसँ रक्तदबाब आ ह्रदय रोगक समस्या सेहो होयत अछि। एकटा जापानी डॉ 20 देशमे खोजिकय जानकारी देलक कि दक्षिण अफ्रीकाक हब्शी लोक, मसाई आ सुम्बरू जातिमे ह्रदय रोगक नामो निशान नहि होयतअछि कारण ई सब चीनी अपन खाद्य पदार्थमे बिलकुल प्रयोग नहि करैत अछि। चीनीकेँ बेसी सेवन सँ हाइपोग्लुकेमिया नामक रोग होयत अछि जाहि सँ शरीरमे कमजोरी, झूठ सनक भूख , रोगी कखनो काँपि कS बेहोस भS जएत अछि।
चीनीकेँ पचबैत काल एकटा एसिड जनमैत अछि जाहि सँ पेट आओर अँतड़ीमे जलन करैत अछि। चीनी खाए बाला बच्चाकेँ दाँतकेँ नोकसान पहुचाबैत अछि। चमड़ी रोग सेहो चीनीकेँ कारण होयत अछि। अमेरिका के डॉ हेनिंग़ट शोध कएलाह कि चॉकलेटमे निहित टायरामीन नामक पदार्थ सिरदर्द केS कारण बनैत अछि। चीनी आ चॉकलेट अध्कपारिक दर्दकेँ कारण सेहो बनैत अछि।
अतः बच्चा सभकेँ पिपरमेंट गोली, चॉकलेट आदि मिठगर पदार्थ सँ दुरे राखक चाही। अमेरिकामे 98% बच्चा दाँतक रोगी अछि, कारण चीनी आ चीनी सँ बनल पदार्थ अछि। चीनी केर चमकएबाक लेल वा उज्जर धप-धप बनएबाक लेल चुना, कार्बन डाईऑक्साइड, कैल्शियम,फ़ॉस्फ़ेट,फॉस्फोरिक एसिड, अल्ट्रामरिन ब्लू आ जानवरक हड्डी के चूर्ण सेहो उपयोग कएल जएत अछि। चीनीकेँ अतेक गरम करैत अछि कि समाहित प्रोटीन नाश भ जायत अछि। अमृत ओहिमे सँ बिला जाइछ आर विष बनि उज्जर चीनी रहि जायत अछि।
उजरका चीनी ललका मिरचाइ सँ बेसी खतरनाक अछि। अहि कारण सँ वीर्य पानि जेकाँ पातर भS स्वप्न दोष, रक्त दबाब, प्रमेह आर मूत्रविकार केS जनम दैत अछि।वीर्यदोष ग्रसित पुरुष आओर प्रदररोग ग्रसित स्त्रीगण चीनीकेँ तेजि देलाह सँ अदभुद लाभ उठा सकैत अछि। डॉ सुरेन्द्र प्रसाद@"भोजनमे बिनु चीनी छोड़ने दाँतक रोगी कहियौ स्वस्थ नहि भS सकैए।
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