काटेहिं पइ कदरी फरई कोटि जतन कोउ सींच।
विनय न मान खगेश सुनु डाटेहिं पइ नव नीच।।
सुंदरकांडक ई दोहामे गरुड़ जी महाराजसँ काकभुशुण्डिजी कहैत छथि, जेना केराक गाछमे करोड़ो जतनसँ केवल पटेलासँ नहि ओ काटलाक बादे फरैत अछि तहिना नीच अनुनय विनय सँ नहि धमकेला डरेलासँ झुकैत अछि।
एतय नीच शब्दक अर्थ काँग्रेसी खलीफा आदरणीय मणिशंकर
अय्यर सँग जोड़िकS नहि देखल जाउ। कर्म प्रधान अहि देशमे नीच शब्दक अर्थ जाति धर्म पंथ आ महंथ सँ नहि केवल कर्मसँ अछि। कर्म गुणे अलंकार रचल आ गढ़ल जाएत अछि।
बंगाल एखन देशी विदेशी मिडियाक प्रमुख रोचक केंद्र बनल अछि। स्थिति अतेक खराप नहि छैक जतेक हल्ला गुल्ला भए रहल अछि। जखन कि स्वयंकेँ अहंकारी कागजी नीतिसँ पूरा देश कंगाल बनल अछि से नहि सूझैत छनि आ बंगालक कंगाली सूझि रहल छनि। चुनाव जितबाक लेल युद्धक स्थिति बना देल अछि मुदा चुनावी परिणाम हिनका लेल लज्जाजनक रहतनि से आसा नहि पूरा भरोसा अछि।
ममता दीदीकें अहिना बंगालक शेरनी नहि कहल जाएत छैक। अहि उपाधि लेल दशको दशकक बंगालक लाल किलाकेँ अपन जिजीविषासँ ध्वस्त कए तृणमूल कोंग्रेसक झंडा फहरौलक अछि। सत्ताक शीर्ष धरि पहुँचबामे हिनकर जमीनी स्तर पर संघर्ष सँग आत्मविश्वास आ अर्जुन जकाँ लक्ष्यकेँ प्रति एकनिष्ठ, जा धरि लक्ष्य भेदन नहि कएलीह। ओहन कर्मनिष्ठ संघर्षशील नेताकेँ गुंडा मवाली जकाँ किछु कहब केवल अपन चरित्र चित्रण करब अछि।
दीदी अहाँक जय हो, अहाँक विजय हो। काठक हड़िया बेरबेर नहि चढ़ाओल जाएत छैक। हिनकर कथनी आ करनी देशक लोक जनैत अछि तेँ अपने अपन लक्ष्य दिसि सकारात्मकताक सँग बढैत रहू आ नाकारल लोकक नाकारत्मक प्रचारमे जूनि ओझराउ। जिओ दीदी, जिओ बंगालक शेरनी। नमन अछि अहाँक आत्मबलकेँ नमन अछि अहाँक जज्बाकेँ। नमन अछि नमन अछि।
जयमिथिला || जयमैथिली || जयजय मिथिलाक्षर ||
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