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Rambabu
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झोराछाप गुरुकेँ सँग
गुरुघण्टाल रामचेलबाक
उजरल सफाचट्ट चानि
ओकरा आजुक अंधायुगक
बताह चेला द्वारा
चाणक्य बना देलक।
राजनीति शास्त्र आ अर्थशास्त्रक ज्ञाता
आचार्य चाणक्य सँग
अज्ञानी अहंकारी नटवरलालक मेल
जेना चंदनकेँ गाछ सँग
विषधरक होयत अछि खेल।
आचार विचार व्यवहारमे
चाणक्य नीतिक उनटा
ईष्र्या द्वेष सँग
विखंडन सोच लS विषवमन करैत
केवल स्वहित साधय लेल
अहितकारी सिद्ध भS रहल अछि।
जँ एहन दुरात्माकेँ चाणक्य कहल जाए त'
गामे गाममे झगरलगाओन लठैत
जोड़ तोड़मे बानर जकाँ कुरी लगाओनिहार
लूट खसोट करय बला खूब भेट जाएत
हं मुदा मिथिलामे खासकय
एखन मोदीफायड ब्राह्मणक बहुतायत भेटत
जनिकर चालि चरित्र चेहरा
चाणक्यक पितामह सँ मिसिओ भरि कमतर नहि।
जयमिथिला || जयमैथिली || जयजय मिथिलाक्षर ||
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