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Tuesday, May 24, 2016

मिरानसे(मिथिला राज्य निर्माण सेना): 12 जून पटना में मिथिलाक निर्माण के लेल चिंतन शिविर !

मिथिला राज्य निर्माण सेना (मिरानसे): मैथिलजन के लेल मिथिला राज्य के निर्माण एकटा दिव्य स्वप्न जेका अछि। कियो एहन मैथिल नै हेताह जे अप्पन मिथिला राज्य के पक्षधर आ भिन्न नै देख चाहैत छथि? मिथिला जकर अप्पन इतिहास अछि भूगोल अछि आउर सांस्कृतिक स्तर पर अपन विशेष पहचान अछि।
एकर वर्णन पौराणिक ग्रन्थ सभ में एही ठामक धरा के कण कण में देवस्थानक मान्यता प्रदान कएल गेल अछि। ई ओ पावन भूमि थिक जतय राजर्षि विदेह जनक, जनकनन्दिनी जानकी, याज्ञवल्क्य,गौतम सरिस महर्षि, कपिल मुनि, मंडन मिश्र, गंगेश, पक्षधर, वाचस्पति सरिस महान दार्शनिक, विद्यापति सरिस महकविक प्रादुर्भाव भेल अछि। महिमामयी मिथिला धर्म, न्याय,मीमांषा आ साहित्यिक क्षेत्र में प्राचीने कालि सं अग्रणी रहल अछि। एतय केर सांस्कृतिक, आध्यात्मिक आ सामाजिक जीवन धारा निरन्तर प्रवाहमान रहल अछि।
वर्तमान समय में सेहो अहि माटि पानिक लोकक कीर्ति वैश्विक स्तर पर सराहल जा रहल अछि। हमसब देश विदेश में त खूब प्रसिद्धि पाबि रहल छी लेकिन नव मिथिला राज्य के सरकारी मान्यता प्रदान कराब लेल एखन धरि जे प्रयास भेल तकरा एकजुट भ आउर आगा बढ़ेबाक लेल विचार मन्थन के बहुत जरूरत अछि।विगत किछू वरख पहिने दिल्ली में सेहो मिरानसे के विचार मण्डप में भिन्न मिथिला राज्य के लेल परिचर्चा भेल रहय। जाहि में मिरानसे के संचालक महोदय संग बहुते रास वक्ता सब सहभागी भेल रहथि। क्षेत्रीय सांसद सामाजिक कार्यकर्ता संगहि मिरानसे सँ जुड़ल व्यक्ति आ लगभग 5000 लोकक जमाबड़ा भेल रहय जाहिमें सब एकमत सँ भिन्न मिथिला राज्य पर अपन सहमती आ संगहि कोना ई सम्भव हएत ताहि हेतु अपन अपन विचार प्रकट कएलाह।
आब एक बेर आगि सुलगि रहल अछि। कियो सुतल नहि छलाह मुदा समय आ मिरानसे के नेतृत्व करय बाला कर्मठ आ प्रबुद्ध लोक सब अपन अपन काज में लागल छलाह तें आगि जे सुलगि गेल अछि ओकरा पजारने रहू आ जा धरि लक्ष्य धरि नहि पहुँच जएब ता धरि डेग डेग चलैत रहब। चाल बेशक कनि कम हुए मुदा चलैत रहब आउर एक दिन हमर सभक दिव्य स्वप्न धरातल पर अवश्ये देखल जएत।
आब मैथिल नै छोड़त, चाहे किछ भ जए ? हम लएक छोड़ब, मिथिला राज्य। आउ अप्पन मैथिलहित के लेल। मिथिलाक लेल चिंतन शिविर मे अपनेक सब मैथिलजन के स्वागत अछि। आउ आ अपन अपन उपस्थिति दर्ज कय चिंतन शिविर के सहभागी बनि मिथिला राज्य के लेल सुझाव राखु। जय मैथिल जय मिथिला जय जय मैथिली।
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