चैती दुर्गापूजा समिति मधेपुर अपडेट :
💐या देवी सर्वभूतेषु दया रूपेण संस्थिता ।
नमस्तस्ये नमस्तस्ये नमस्तस्ये नमो नमः ।।💐
दुर्गापूजा के पहिल अनुष्ठान साल 2007 अछि
वास्तव में साल 2007 मधेपुर गाम के लेल गौरवशाली साल कहल जा सकए जाहि में दुर्गापूजाक अनुष्ठान करबाक आत्मचेतना जागल। सूत्रधार छथि दिल्ली के नवयुवक वर्ग आ संगहि ग्रामीण लोकैनि के अदभुद प्रयास। ग्रामीण लोकैनि के प्रेरणास्प्रद आर आशीर्वाद तन मन धन स खूब भेटल। आश्विन मासक दुर्गापूजा सगरो दिश होयत अछि मुदा चैती दुर्गापूजा बहुत कम ताहि हेतु माँ शक्तिक उपासना शुरू कयल जाए सर्वसम्मति स निर्णय लेल गेल।
दिल्ली नवयुवक आर ग्रामीण लोकैनि के सह प्रयास
माँ शक्तिक अनुष्ठान पहिल बेर प्रारम्भ भेल 2007 में, दिल्ली के नवयुवक आ ग्रामीण सब भरपूर सहयोग सं जय जय भ गेल। सगरो दिश पूजा विधि विधान सं निक जेका समापन होबाक चर्चा आ प्रसंशा भेल। ततपश्चात मूर्ति बनेबाक त लाइन लागि गेल आ हमरा सभके क्रमबद्ध करय पड़ल।
मूर्ति बनेबा में सहयोग कएनिहारक नाम देखु
भगवती केर मूर्ति बनेबा में जनिकर सहयोग छन्हि हुनकर नाम साल धरि साल ऐना अछि :
साल 2007 : चैती दुर्गापूजा समिती
साल 2008 : श्री राम संजीवन चौधरी
साल 2009 : श्री कामख्या चौधरी पिता श्री रामचन्द्र चौधरी
साल 2010 : श्री राजू चौधरी पिता श्री राधे चौधरी
साल 2011 : श्री मंगनू चौधरी पिता स्वर्गीय श्री मधुलाल चौधरी
साल 2012 : श्री प्रमोद चौधरी पिता श्री किशोरी चौधरी
साल 2013 : श्री ब्रह्मदेव पण्डित पिता श्री राम किशुन पण्डित
साल 2014 : श्री विशुनदेव राय पिता स्वर्गीय श्री राजकुमार राय
साल 2015 : श्री नरेश चौधरी पिता स्वर्गीय श्री खुबलाल चौधरी
साल 2016 : श्री बसन्त मुखिया पिता श्री महावीर मुखिया संगहि समस्त मुखिया टोला के द्वारा मूर्ति के स्थापना कयल जएत। उपरोक्त सब दाता के अथक प्रयास आ माँ भगवती के प्रति अपन अशेष आस्था विश्वास संगहि नवयुवक दिल्ली आर ग्रामीण लोकैनि सौहार्दपूर्ण वातावरण बनेबाक लेल आभार व्यक्त करैत छि। माँ भगवतीक अनुष्ठान में सहभागी लेल अपने सबके कोटि कोटि धन्यबाद प्रणाम।
पूजा में अपने सब आमन्त्रित छी
चैती दुर्गापूजाक शुरुआत 8 अप्रैल स हएत ताहि हेतु अपने सब स आग्रह अछि जे समय स पहिने पहुँच कय पूजा अर्चना कार्यक्रम में भागीदारी भ पूण्य के सहभागी बनु। माँ भगवती अपने सब लोकैन पर विशेष आशीर्वाद रखथि हमर अशेष अभिलाषा अछि।
जय माता जी। जय मैथिल जय मिथिला जय जय मैथिली। 👏👏
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