फगुआ अएल आ सगरो रंग गुलाल मौज मस्ती हुड़दंग स सतरंगी छटा बिखेर क पुनः चलि गेल। जिंदगी के भागम भाग दिनचर्या स शांत चीत रखबा में पाबनि त्यौहार एकटा पैघ औषधि जेकाँ काज करैत अछि। एकदिनक मौज मस्ती में मनुखक रोजक खट-खट स राहत भेटैत छन्हि जे जीवन ने नव ऊर्जा प्रदान करैछ। आजुक पोस्ट लिखबाक उद्देश्य विशेष अछि आ देश के प्रत्येक व्यक्तिक स्वस्थ सेहत संग जुड़ल अछि। चर्चा कय रहल छि डेयरी मिल्क में दूध के उत्पादन आ विश्वसनीयता संदेहास्पद कहल गेल अछि जे की बहुत पैघ चिंता के विषय अछि। हमरा सबके गम्भीरता स अहि विषय पर चिंतन करबाक नितान्त आवश्यक अछि।
पहिने त जाँच के पश्चात् दूध में हानिकारक वस्तु के मिश्रण यानि दूषित दूधक चर्चा स्वयं सेवी संगठन सरकार के दैत छल परञ्च सरकार आँखि मुनने रहैत छलाह मुदा वर्तमान सरकार स्वयं के जाँच रिपोर्ट सेहो सत्यापित केलक अछि। सरकारी सर्वे लगभग 33 राज्य में 17000 स बेसी दूधक सैम्पल के जाँच के पश्चात् जानकारी देल गेल की दूध स्वस्थ के नाम पर उजरका झूठ अछि। दूध आजुक दिनचर्या में परमावश्यक तरल मानल जायत अछि। बिनु दूध जेना जिनगी बेकार बुझाइत अछि। मुदा जखन जाँच के सच्चाई देखब तखन दिल के धड़कन बैसि जएत। एखन त देशद्रोह पर चर्चा स बेसी जरूरत छैक दुधद्रोह पर चर्चा केनाइ किएक त अतेक पैघ दूध घपला देखि क सरकार सेहो अस्तब्ध छथि।
अपने सबके आश्चर्य हएत कि जे दूध के अमृत मानि घट-घट क पिबैत छि असल में दूध छैहे नई, मात्र एकटा उजरका तरल पदार्थ अछि जे फुल गिलास दूध के नाम शरीर के लेल जहर के काज करत। ई कोनो हम नै कहि रहल छि सराकर के सर्वे पुष्टि कय रहल अछि। देशद्रोही के चर्चा के संगहि सराकर के लेल सबस पैघ चुनौती दुधद्रोहि अछि किएक त सर्वे के रिपोर्ट में देश भरि में 68 प्रतिशत दुघ नकली पैल गेल अछि जेकर सेवन मिठगर जहर जेका शरीर के शनैः शनैः रोगी बना दैत अछि।हमरा सब जेकाँ महानगर में रहनिहार के लेल कठोर सच अछि कि दूध त सब कियो पिब चाहैत छि। गाय महिस कियो पाल नै चाहैत छि आ ई सम्भव सेहो नै छै मुदा दूध के बिना रहियौ नै सकय छि।
डेयरी प्लांट के नाम पर सरकार सहयोग राशि सेहो दैत छन्हि, ततपश्चात समुचित ताजा उत्पादन नै क पबैत अछि। परिणाम हमरा सब के नकली दूध जेकरा जहर कहि सकय छि रोज पिब परए। नकली दूधक परिणाम अछि की वर्तमान में असाध्य रोग के शिकार छोट छोट बच्चा सेहो देखल जा रहल अछि। शुगर, हृदयरोग, पाचन तन्त्र में गड़बड़ी, कब्ज, एलर्जी स्किन समस्या, टीबी आर कैंसर धरि पीड़ित कोनो उमर में भ सकए। तँ एकटा विकराल समस्या अछि आ विशेष रूप में सबके जागरूक भ अहि पर चिंतन करबाक आवश्यक अछि।
संगहि देखु जे दूध हम सब पिबैत छि बनै कोना छै ? देश में दुधद्रोहि के एकटा विशाल नेटवर्क फ़ौज जेका छै जे जानि बूझि क दूध के जहर बना अपन व्यवसायी फायदा ल रहल अछि। मिश्रण में डिटर्जेंट, कपड़ा धोव बाला सोडा, उजरका पेंट, यूरिया, रिफाइंड तेल पोस्टर कारिकबा बाला, प्लासिक पेपर ई सबके कम आँच पर उबालि क 3 स 4 रूपया में दूध तैयार करैत छथि। येह कारण छै कि जहर बाला दूधक व्यापार दिनानुदिन तेजी स बढ़ि रहल अछि। जखन कि यूरिया डिटर्जेंट सोडा के त रह दियौ ज दूध में पानियों के मिश्रण सेहत के लेल खतरनाक भ सकए।
सदा दूध के नै पिब बाला फ्लेवर बाला दूध पसन्द करैत छथि जे शरीर के लेल आओर हानिकारक होयत अछि। किएक त स्वाद आ संगहि बहुत दिन धरि सुरक्षित राखबाक लेल सोडियम आ चीनी मिश्रण कयल जएत अछि जे विशेषकय ह्रदय रोगी आर शुगर रोगी के लेल हानिकारक अछि मुदा मिलावटी दूध के मतलब साफ़ शब्द में बुझु जहर। सबस पहिने मिलाबट बाला दूध के पिब स बाँचु फेर दूध में जेना बादाम मिल्क, सोया मिल्क, राइस मिल्क आ कोकोनट मिल्क सेहत के लेल सन्तुलित आ निक रहत। हमरा जानकारी भेटल आ जरुरी बुझलहुँ अपने सब स साझा कएनाइ। सावधान रहू, स्वस्थ रहू , मस्त रहू, चुस्त दुरुस्त रहू। भगवती औने सब के पूर्ण स्वस्थ रखथि।
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