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Saturday, April 23, 2016

आइसक्रीम के शौक़ीन के लिए बुरी खबर: आइसक्रीम मीठा जहर सेहत के लिए खतरनाक।

कैसे ब्रांडेड आइसक्रीम के नाम पर ठंढा जहर बेचा जा रहा है ?क्यों उस आइसक्रीम को खाकर बच्चे बीमार पर रहे है ? ये आइसक्रीम आपको अस्पताल पहुंचा सकता है। आज हर घर से जुडी सबसे बड़ा पड़ताल ओपरेसन आइसक्रीम।शहर के डिम लाइट पर चौराहो पर बिकने बाली ठंढे आइसक्रीम आपके लिए जहर है। जरुरी नही है कि जो ऊपर से रैपर उतारा है वो अंदर भी हो।  सबसे पहले ठंडे मीठे जहर के पड़ताल के लिए दिल्ली के नरेला इलाका से शुरुआत हुई । इस इलाके में फैक्ट्री के भरमार है। फैक्ट्री मालिक से पूछे जाने पर की उनके घर शादी है और उन्हें आइसक्रीम ऑर्डर करनी है उन्होंने किसी भी ब्रांडेड कम्पनी की आइसक्रीम यहाँ से ले सकते है दरअसल उनके पास असली रैपर है, लेकिन जहाँ इसे बनाया जा रहा है वह स्थान गंदगी से भरपूर है और लोग गंदे और नंगे हाथ से आइसक्रीम कप में भर रहा है।

दूसरा पड़ताल दिल्ली के ही त्रिलोकपुरी के एक फैक्ट्री में हुआ फैक्ट्री का नाम है लक्ष्मी आइसक्रीम वहाँ के नजारा होश उड़ा देने के लिए काफी था क्योंकि वहां गन्दे पानी में मैंगो आइसक्रीम बन रही थी और गन्दगी इतनी थी की वहां खड़ा होना मुश्किल था। उस फैक्ट्री में सबसे बड़ा जो सच आया उसके बारे में कल्पना करना भी मुश्किल है। वहाँ भी किसी भी ब्रांडेड कम्पनी का आइसक्रीम मिल सकती है लेकिन मात्र रैपर असली कम्पनी का होगा, आइसक्रीम नकली होगा।अब ये समझना मुश्किल नही होगा की ब्रांडेड आइसक्रीम के नाम पर ठंडा मीठा जहर आपके सेहत को कितना बीमार कर सकता है ये समझ सकते है ? 

ये सिर्फ दिल्ली में ही नही बेचीं जा रही है दरअसल पँजाब और हरियाणा के सड़को पर बेचीं जा रही आइसक्रीम की भी पड़ताल में पता चला की दूध से बनने बाली ये आइसक्रीम में दूध ही नही है। बिहार के फैक्ट्री में पता चला की माफिया लगा है ऐसे कामो में । ये ऐसा मकड़जाल है जिसमे आइसक्रीम के शौक़ीन फंसते है और बीमार हो जाते है।

मथुरा के शेरगढ़ में जहाँ आइसक्रीम खाकर 30 बच्चे बीमार होकर सीधे अस्पताल पहुँच गए।पुरे इलाके में हड़कम मच गया। अस्पताल में जांच से पता चला की इनके हालात आइसक्रीम खाने से बिगड़ी है। दरअसल बच्चों ने वही नकली आइसक्रीम खाई थी ।

अब सबसे बड़ा सबाल यह है कि नकली आइसक्रीम बनती कैसे है ? दरअसल नकली आइसक्रीम में मिलबटी दूध का इस्तेमाल होता है।जिलेटीन, गस्टेड पाउडर, मैदा और ना जाने कितने हानिकारक रंगो का प्रयोग होता है। वाशिंग पाउडर भी मिलाये जाते है। मिठास देने के लिए सस्ती आर्टिफीसियल चीनी भी मिलाई जाती है जैसे स्परोटोर, जलोटिन सैकरीन जो की बेहद खतरनाक होती है । इन चीजो से कैंसर जैसे बीमारी भी हो सकती है।

बिहार में पड़ताल के बाद पता चला की पूरा का पूरा माफिया लगा हुआ है इस जहरीला ठंडे मीठे की अबैध फैक्टरी चला रहा है। बिहार के शेखपुरा जिले से पटना तक में आइसक्रीम बेचीं जाती है।लेकिन यहाँ कैसे बनती है ये फैक्ट्री की हालात देखकर पता चलता है।बेहद गन्दे पानी से बनाया जा रहा है, फैक्ट्री में चारो ओर से बदबू आ रहा है।जमीन पर गिरे हुए आइसक्रीम को धोकर फिर से बेचने के लिए फ्रिज में रखा जाता है।

बिहार के मुंगेर में इनकी कई फैक्टरियां है लेकिन यहाँ बड़े ब्रांड के नाम पर सिर्फ बीमारी ही तोहफा है। इस कैसे ब्रांडेड आइसक्रीम के नाम पर ठंढा जहर बेचा जा रहा है ? इस रिपोर्ट का मतलब आपको डराना नही है आपको आगाह करना है। ये मुनाफाखोर चन्द रुपयो के लिए बच्चों के सेहत से भी खिलबाड़ करने से नही चुकते है जरूरत है थोडा सावधान रहने की।आइसक्रीम तो अपनेआप में एक इन्फेक्शन है लेकिन ऐसी आइसक्रीम खाने के बाद जी इन्फेक्शन फैलता है उसका इलाज ही बुखार है।

दरअसल बताना यह है की जो आप खा रहे है ये सच में आइसक्रीम है या ठंडा मीठा जहर। इस गोरखधंधे में लगे लोगो के खिलाप सरकार कितना शख्त करवाई करती है ये देखने बाली बात है वैसे तिन राज्य दिल्ली यूपी बिहार के स्वस्थ महकमा सचेत हुए है लेकिन सिर्फ दावों से नही इस मर्ज की दबाई ठीक से करनी पड़ेगी। आप आइसक्रीम मजे में खा सकते है मगर ये पता रहे की जो खा रहे है वो सही में आइसक्रीम है कही ठंडा जहर तो नही। तो आपको ही रखना होगा ध्यान क्योकि अपनी सेहत का मालिक आप ही है। दुर्घटना घटी क्योंकि सावधानी हटी।

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