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Wednesday, April 20, 2016

चीनी शारीरिक स्वस्थ के लेल कतेक खतरनाक अछि- विस्तार सँ वर्णन कएल गेल अछि पढ़ु आ सोचु-

चीनी शारीरिक स्वस्थ के लेल कतेक खतरनाक अछि- विस्तार सँ वर्णन कएल गेल अछि पढ़ु आ सोचु-
मिथिलांचलक सर्वोत्तम "फ़ास्ट फ़ूड" दही चूड़ा चीनी सर्वप्रिय आहार मानल जायत अछि। भोरे भोर जँ जल्दी जएबाक अछि तखन अहि सँ निक कोनो आर सात्विक भोजन नहि भ सकए। अहि पर त हरिमोहन झा जी रुचिगर पोथी धरि लिख देने छथि जे पढ़ि मोन गदगद भ जायत अछि। मुदा उजरका चीनी के सम्बन्ध में किछ विशेष जानकारी भेटल जे प्रत्यक्ष रूप सँ स्वस्थ सँ जुड़ल अछि से अपने सब के समक्ष साझा कय रहल छी। आशा अछि पूरा पढ़ब आ अपन दिनचर्या में आत्मसात करबाक प्रयास करब।
वैज्ञानिक तकनीक के विकाशपूर्व चीनी केर भोजन में प्रयुक्त नहि कयल जएत छल। मिठगर फल वा मिठगर खाद्य पदार्थ के भोजन में उचित मात्रा में प्रयोग कयल जएत छल, जाहि सँ पुरान लोकक जीवन दीर्घायु आ जीवन के अंतिम क्षण धरि कार्यसक्षम बनल रहैत छल।
एखनुका काल में लोक में भ्रान्ति बैसल छनि कि उजरका चीनी खएब् के मतलब सभ्य लोकक निशानी अछि आ गुड़,शिरा, बुरा आदि सस्ता शर्करायुक्त खाद्य पदार्थ गरीबक भोजन अछि। यएह कारण अछि कि अधिकतम ऊँच आ मध्य वर्गक लोक में मधुमेह रोगी बहुतायत पाइल जएत अछि।
श्वेत चीनी शरीर के लेल कोनो पोषक तत्व नहि दैत अछि अपितु ओकरा पचाबक लेल शरीर के बेसी ऊर्जा के खर्च करय पड़ैत छैक आर ताहि हेतु शारीरिक उर्जाक उल्टा बेसी हास् होयत अछि जाहि सँ शरीर के बेसी नुकसान होयत अछि। उजरका चीनी इन्सुलिन बनाब बाला ग्रन्थि के प्रभावित कय इन्सुलिन बनएबाक क्षमता खतम क दैत अछि। फलस्वरूप मधुमेह रोग सँ ग्रसित भ जएत अछि।
शरीर में उर्जाक लेल कार्बोहाइड्रेट में शर्करा के विशेष योगदान होय छै मुदा एकर अर्थ ई नहि कि रासायनिक प्रकरण के बाद छांटल बनाएल गेल  मतलब परिष्कृत चीनी मात्र उपयोग कएल जाए। उजरका चीनी एकटा नहुँ-नहुँ आ मिठगर जहर ( Slow as White Poison ) जेकाँ शरीर पर काज करैत अछि।जे कियो गुड़ छोड़ि चीनी सेवन क रहल अछि हुनकर स्वास्थ्य में सेहो निरंतर गिराबट अएल अछि एहन एकटा सर्वेक्षण रिपोर्ट अछि।
ब्रिटेन के प्रोफेसर ज्होन यूडकिन चीनी के श्वेत जहर कहै छथि। सिद्ध कएलाह अछि कि शारीरिक सर्वांग शक्ति के दृष्टिकोण सँ चीनी कोनो आवश्यक नहि अछि। मनुख जतेक दूध, फल, अनाज आर शाकभाजी के उपयोग में ग्रहण करैत छथि, शरीर के लेल ओतेबा बहुत छैक। किछ लोक चीनी सँ त्वरित शक्तिक साधन सेहो बुझैत अछि जे मात्र भ्रमजनित मान्यता अछि, वास्तविकता सँ कोनो लेना देना नै छै। चीनी में मात्र मिठास छैक आओर विटामिन के दृष्टि सँ एकदम कचड़ा जेकाँ बुझु।
चीनी के सेवन सँ रक्त में कोलेस्टोरेल से बढ़ि जएत अछि जाहि सँ रक्तवाहिनी केर देवाल मोटगर भ जएत अछि। अहि कारण सँ रक्तदबाब आ ह्रदय रोगक समस्या सेहो शुरू भ जएत अछि। एकटा जापानी डॉ 20 देश में खोजिकय जानकारी देलक कि दक्षिण अफ्रीका में हब्शी लोक में संगहि मसाई आ सुम्बरू जाति ले लोक में ह्रदय रोगक नामो निशान नहि अछि कारण ई सब चीनी अपन खाद्य पदार्थ में बिलकुल प्रयोग नहि करैत छथि। अत्यधिक चीनी के सेवन सँ हाइपोग्लुकेमिया नामक रोग होयत अछि जाहि सँ शरीर में दौर्बल्य, झूठ सनक भूख लगैत अछि, रोगी कखनो काँपि क बेहोस भ जएत अछि।
चीनी के पचबैत काल एकटा एसिड उतपन्न होयत अछि जाहि सँ पेट आर छोटी अँतड़ी में जलन जेकाँ होयत अछि। कुटल गेल पदार्थ 20% बेसी एसिडिटी करैत अछि। चीनी खाए बाला बच्चा के दाँत में एसिड आर बेक्टेरिया उतपन्न भ दाँत के नुकसान पहुचाबैत अछि। चमड़ी रोग सेहो चीनी के कारण होयत अछि।
अमेरिका के डॉ हेनिंग़ट शोध कएलाह कि चॉकलेट में निहित टायरामीन नामक पदार्थ सिरदर्द के पैदा करैत अछि। चीनी आ चॉकलेट अध्कपारिक दर्द के कारण सेहो अछि।
अतः बच्चा सभ के पिपरमेंट गोली, चॉकलेट आदि मिठगर पदार्थ सँ दूरे राखक सलाह दैत अछि। अमेरिका में 98% बच्चा दाँत के रोगी अछि जेकर भागीदार चीनी आ चीनी सँ बनल पदार्थ अछि। चीनी केर साफ़ सफाई करबा लेल  वा चमकाबक लेल चुना, कार्बन डाईऑक्साइड, कैल्शियम,फ़ॉस्फ़ेट,फॉस्फोरिक एसिड, अल्ट्रामरिन ब्लू आ जानवरक हड्डी के चूर्ण सेहो  उपयोग कएल जएत अछि। चीनी के अतेक गरम करैत अछि कि समाहित प्रोटीन नाश भ जायत अछि। अमृत बिला जाइछ आर विष बनि जायत अछि।
उजरका चीनी ललका मिरचाइ सँ बेसी खतरनाक होयत अछि। वएह सँ वीर्य पानि जेकाँ पातर भ स्वप्न दोष, रक्त दबाब, प्रमेह आर मूत्रविकार के जनम दैत अछि।वीर्यदोष ग्रसित पुरुष आओर प्रदररोग ग्रसित स्त्रीगण चीनीक त्यागि देलाह सँ अदभुद लाभ उठा सकैत अछि। डॉ सुरेन्द्र प्रसाद@"भोजन में चीनी के बिना दाँतक रोग कहियौ स्वस्थ नहि भ सकए।
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